inthevisuality
Sunday, February 10, 2013
मन मेरा !
खामोश, एकदम खामोश है आजकल मन मेरा
कोई खलबली नहीं, गुदगुदी नहीं
कोई चीख नहीं, फटकार नहीं
बस मौन है आजकल मन मेरा
सुन नहीं पायी जब वो चाहता था कुछ कहना
आज झंझोड़ने पर भी न बोला हठीला
खामोश, एकदम खामोश है आजकल मन मेरा.
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